Total Pageviews

ग्राम श्री/पठित पद्यांश


ग्राम श्री
निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखिए     2+2+1=5

रोमांचित सी लगती वसुधा
आई जौ गेहूँ में बाली,
अरहर सनई की सोने की
किंकिणियाँ हैं शोभाशाली !
उड़ती भीनी तैलाक्त गंध
फूली सरसों पीली पीली,
लो, हरित धरा से झाँक रही
नीलम की कलि, तीसी नीली !
     i.     धरती रोमांचित सी क्यों लग रही है ?
   ii.     सरसों का वातावरण प[आर क्या प्रभाव पड़ा है ?
  iii.     तीसी के पौधों का सौंदर्य कैसा है ?

No comments:

Post a Comment