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मैं क्यों लिखता हूँ? अज्ञेय


मैं क्यों लिखता हूँअज्ञेय
प्रश्न 1:- लेखक क्यों लिखता है?
उत्तर:- लेखक को लगता है कि लिखकर ही वह अपने मन की स्थिति तथा विवशता को जान पाता है जिस कारण से वह लिखता है उससे विवशता से - मुक्त होने का सुगम मार्ग भी लिखना ही है।
प्रश्न 2:-- सभी लेखक कृतिकार क्यों नहीं होते?
उत्तर:- सभी लेखक कृतिकार नहीं हो सकते। मात्रा अपनी भावनाओं को प्रकट करने से ही कोई अभिव्यक्ति कृति नहीं हो जाती। कृतिकार द्वारा सामाजिक दायित्व का निर्वाह करने पर ही अभिव्यक्ति कृति बन जाती है।
प्रश्न 3:- अनुभूति के स्तर की विवशता की क्या विशेषता होती है?
उत्तर:- अनुभूति के स्तर की विवशता तार्किकता पर निर्भर होती है। अनुभव तो घटित होता रहता है और अनुभूति- संवेदना और कल्पना के सहारे उस सत्य से जुड़कर आत्मसात् कर लेती है। अनुभूति ही लेखक को लिखने के लिए प्रेरित करती है।
प्रश्न 4:-- अनुभूति को लेखक ने गहरा क्यों कहा है?
उत्तर:- लेखक का मानना है कि अनुभव तो एक घटना है और अनुभूति मन के भीतर से उठने वाले विचार हैं। जो समाज के दायित्वों के निर्वहन में सहायक होते हैं।
प्रश्न 5:-- लेखक ने आलसी जीव किसे कहा है और क्यों?
उत्तर:- लेखक ने उन लेखकों को आलसी जीव कहा है जो बाहरी दबाव के बिना नहीं लिख पाते। ऐसे लोग कुछ लिखना तो चाहते हैं किंतु तब नहीं लिख पाते जब तक बाहर का कोई उन्हें लिखने के लिए दबाव न डाले जैसे आँख खुलने पर कोई-कोई अलार्म बजने की प्रतीक्षा में लेटा ही रहता है।
प्रश्न 6:- - लेखक ने हिरोशिमा कविता कब और कहाँ लिखी?
उत्तर :- लेखन ने हिरोशिमा कविता उस समय लिखी जब उसके भीतर की आकुलता संवेदना में बदल गई। लेखक ने यह कविता भारत आने पर लिखी।
प्रश्न 7:-- हिरोशिमा की घटना विज्ञान का भयानकतम दुरूपयोग है। आपकी दृष्टि में विज्ञान का दुरूपयोग कहाँ-कहाँ और किस तरह से हो रहा है?
उत्तर:- आजकल विज्ञान का दुरूपयोग अनेक जानलेवा कामों के लिए किया जा रहा है। आज आतंकवादी संसार भर में मनचाहे विस्फोट कर रहे हैं। कहीं अमरीकी टॉवरों को गिराया जा रहा है। कहीं मुम्बई बम-विस्पफोट किए जा रहे हैं। कहीं गाड़ियों में आग लगाई जा रही है। कही शत्तिफशाली देश दूसरे देशों को दबाने के लिए उन पर आक्रमण कर रहे हैं जैसेअमरीका ने इराक पर आक्रमण किया तथा वहाँ के जनजीवन को तहस नहस कर डाला। विज्ञान के दुरूपयोग से चिकित्सकगर्भ में ही भ्रूण परीक्षण कर रहे हैं। इससे जनसंख्या का संतुलन बिगड़ रहा है। विज्ञान के दुरूपयोग से किसान कीटनाशक और जहरीले रसायन छिड़क कर अपनी फसलों को बढ़ा रहे हैं। इससे लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। विज्ञान के उपकरणों के कारण ही वातावरण में गर्मी बढ़ रही हैप्रदूषण बढ़ रहा हैबर्फ पिघलने का खतरा बढ़ रहा है तथा रोज-रोज भयंकर दुर्घटनाएँ हो रही है।
प्रश्न 8:-- लेखक ने अपने आपको हिरोशिमा के विस्फोट का भोत्तफा कब और किस तरह महसूस किया?
उत्तर:- लेखक हिरोशिमा की घटनाओं के बारे में सुनकर तथा उनके कुप्रभावों को प्रत्यक्ष देखकर भी विस्फोट का भोत्तफा नहीं बन पाया। एक दिन वह जापान के हिरोशिमा नगर की एक सड़क पर घूम रहा था। अचानक उसकी नज़र एक पत्थर पर पड़ी। उस पत्थर पर एक मानव की छाया छपी हुई थी। वास्तव में परमाणु-विस्फोट के समय कोई मनुष्य उस पत्थर के पास खड़ा होगा। रेडियो-धर्मी किरणों ने उस आदमी को भाप की तरह उड़ाकर उसकी छाया पत्थर पर डाल दी थी। उसे देखकर लेखक के मन में अनुभूति जग गई। उसके मन में विस्पफोट का प्रत्यक्ष दृश्य साकार हो उठा। उस समय वह विस्पफोट का भोत्तफा बन गया।
प्रश्न 9:- ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ - के आधार पर बताइए कि -
क- लेखक को कौन-सी बातें लिखने के लिए प्रेरित करती हैं?
ख - किसी रचनाकार के प्रेरणा स्त्रोत किसी दूसरे को कुछ भी रचने के लिए किसी तरह उत्साहित कर सकते हैं?
उत्तर:- लेखक को यह जानने की प्रेरणा लिखने के लिए प्रेरित करती है कि वह आखिर लिखता क्यों है। यह उसकी पहली प्रेरणा है। स्पष्टरूप से समझाना हो तो लेखक दो कारणों से लिखता है -
क- भीतरी विवशता से। कभी-कभी कवि के मन में ऐसी अनुभूति जाग उठती है कि वह उसे अभिव्यक्त करने के लिए व्याकुल हो उठता है।
ख - कभी-कभी वह संपादकों के आग्रह सेप्रकाशक के तकाज़ों से तथा आर्थिक लाभ के लिए भी लिखता है। परन्तु दूसरा कारण उसके लिए जरूरी है- पहला कारण अर्थात् मन की व्याकुलता ही उसके लेखन का मूल कारण बनती है।
प्रश्न 10:- हिरोशिमा पर लिखी कविता लेखक के अंतः व बाह्य दोनों दबावों का परिणाम है। यह आप कैसे कह सकते हैं?
उत्तर:- हिरोशिमा पर लिखी लेखक की कविता को हम उसके आंतरिक दबाव का परिणाम कह सकते हैं। इसके लिए उन्हें न तो किसी संपादक ने आग्रह कियान किसी प्रकाशक ने तकाज़ा किया। न ही उन्होंने इसे किसी आर्थिक विवशता के लिए लिखा। इसे उन्होंने शु( रूप से मन की अनुभूति से प्रेरित होकर लिखा। जब पत्थर पर पिघले मानव को देखकर उसके मन में अनुभूति जाग गई तो कविता स्वयं बन गई। इसीलिए हम इस कविता को आंतरिक दबाव का परिणाम कह सकते हैं। किसी बाहरी दबाव का नहीं।
प्रश्न 11- लेखक के अनुसार प्रत्यक्ष अनुभव की अपेक्षा भीतरी अनुभूति उनके लेखन में अधिक मदद करती है क्यों?
उत्तर - लेखक की मान्यता है कि सच्चा लेखक भीतरी विवशता से पैदा होता है। यह विवशता मन के अंदर से उपजी अनुभूति से जगती हैयह बाहर की घटनाओं को देखकर नहीं जागती है। जब तक कवि का हृदय किसी अनुभव के कारण पूरी तरह संवेदनापूर्ण नहीं होता और इसमें अभिव्यक्त होने की पीड़ा नहीं अकुलातीतब तक वह कुछ लिख नहीं पाता।
प्रश्न 12 - क्या बाह्य दबाव केवल लेखन से जुड़े रचनाकारों को ही प्रभावित करते हैं या अन्य दूसरे क्षेत्रा से जुड़े लोगों को भी प्रभावित करते हैंकैसे?
उत्तर - बाह्य दबावों का प्रभाव प्रत्येक प्रकार के कलाकार पर समान रूप से होता है। हर प्रकार का कलाकार समाज में हो रही विभिन्न घटनाओंव्यथाओं को अपने ढंग से प्रकट करने के लिए विवश होता है। भले ही कोई नाट्यकर्मी हो या मूर्तिकार। यदि उसे एक बार ज्योति मिल जाती है तो वह अपना क्षेत्रा नहीं छोड़ पाता। उसे प्रशंसकोंदर्शकों तथा खरीददारों के दबाव के कारण अपना रचना कार्य करते रहना पड़ता है। आर्थिक दबाव भी प्रत्येक क्षेत्रा के कलाकारों को प्रभावित करते हैं।
प्रश्न 13 - हिरोशिमा पर लिखी कविता लेखक के आन्तरिक व बाहरी दोनों दबाव का परिणाम है यह आप कैसे कह सकते हैं?
उत्तर - लेखक ने हिरोशिमा में हुए भीशण नर-संहार की पीड़ा को वहाँ जाने से पहले ही अनुभव कर लिया था। लेकिन जापान यात्रा के दौरान उन्होंने उस विनाशलीला के दुष्प्रभावों का साक्षात्कार भी किया। तत्पश्चात् उन्होंने हिरोशिमा कविता लिखी। यह अभिव्यक्ति उनकी यात्रा के बाद बाह्य दबावों व अनुभूति दोनों के कारण से हुई है। एक संवेदनशील लेखक यदि हिरोशिमा यात्रा के बाद किसी भी प्रकार से अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति नहीं करता तो उसके पाठकों की प्रतिक्रिया विस्मयजनक होगी। अतः बाह्य दबावों ने भी लेखन को बाध्य अवश्य किया होगा।
प्रश्न 14- कुछ रचनाकारों के लिए आत्मानुभूति/स्वयं के अनुभव के साथ-साथ बाह्य दबाव भी महत्वपूर्ण होता हैये बाह्य दबाव कौन-कौन से हो सकते हैं?
उत्तर - रचनाकारों पर स्वयं के अनुभव के अतिरिक्त बाह्य दबाव भी होते हैं। यश प्राप्त करने के बाद लिखना विवशता हो जाता है। कई बार संपादक प्रकाशक आदि लेखकों पर अपनी पसंद का लिखने का दबाव डालते हैं। कभी-कभी आर्थिक विवशता भी दबाव का कारण होती है।
प्रश्न 15 - हिरोशिमा की घटना विज्ञान का भयानकतम दुरूपयोग है। आपकी दृष्टि में विज्ञान का दुरूपयोग कहाँ-कहाँ और किस तरह हो रहा है?
उत्तर   - विज्ञान का दुरूपयोग निम्नलिखित प्रकार से हो रहा है-ग्लोबल वार्मिंग के कारण ।
       चिकित्सा के क्षेत्र में - अल्ट्रासाउंड का दुरूपयोग।
       पैदावार बढ़ाने के लिए - फसलों पर दवाइयाँ कीटनाशक - तथा टीकों का प्रयोग।
       अस्त्र-शस्त्र की होड़ में - परमाणु शक्ति का दुरूपयोग।
       धरती से खनिज-लवण गैसीय पदार्थ निकाले जा रहे हैं।

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