दो बैलों की कथा : प्रेमचंद
प्रश्न 1 कान्जिहौज में कैद
पशुओं की हाजिरी क्यों ली जाती होगी?
उत्तर कान्जिहौज में कैद पशुओं की हाजिरी इसीलिए ली जाती
होगी क्योंकि पशुओं की संख्या का ठीक- ठाक पता चल सके, कोई पशु बीमार तो नहीं
है, इसका पता लगाया जा सके, समूह में उत्पात मचाने
वाले पशुओं की अलग व्यवस्था की जा सके, पशुओं की संख्या नीलामी
दे योग्य है या नहीं आदि जानकारी के लिए पशुओं की हाजिरी ली जाती होगी |
प्रश्न 2 ‘दो बैलों की कथा’ कहानी में प्रेमचंद ने गधे की किन
स्वभावगत विशेषताओं के आधार पर उसके प्रति रूढ़ ‘मुर्ख’ का प्रयोग न कर किस नए अर्थ की ओर संकेत किया है?
उत्तर गधों को उसके स्वाभाव के आधार पर मूर्खता का पर्याय
समझा जाता है, पर लेखक प्रेमचंद ने उसकी स्वाभाविक विशेषताओं, सरलता और सहनशीलता के
आधार पर एक नए अर्थ की ओर हमारा ध्यान खिंचा है| गधे में निहित गुणों के
आधार पर लेखक ने उसकी तुलना ऋषि – मुनियों से की है| सुख- दुःख, लाभ- हानी तथा विपरित परिस्थितियों में एक जैसा बने रहने के कारण लेखक ने उसके सरल
और सहनशील हिने की बात कही है |
प्रश्न 3 किसान जीवन वाले समाज
में पशु और मनुष्य के आपसी सम्बन्ध को कहानी में किस तरह व्यक्त किया गया है?
उत्तर पशु आदिकाल से ही मनुष्यों के साथी रहे है| मनुष्य ने उन्हें अपनी
सुरक्षा के लिए पाला तो कभी आर्थिक लाभ के लिए | किसान - जीवन में किसान हल
चलाने, बोझा ढोने, पानी खींचने तथा सवारी
करने के लिए पशुओं का प्रयोग करते हैं| पशु भी अपने चारे के लिए मानव पर निर्भर रहते है| कहानी में झूरी अपने
बैलों से प्यार करता है तथा उनके खाने पीने का ध्यान रखता है, तभी वे हर मुसीबत पर
विजय पाते हुए प्रेम न करने वाले गया के घर से भाग जाते हैं और लौटकर झूरी के पास
आ जाते हैं|
प्रश्नं 4 दो बैलों की कथा – के आधार पर सिद्ध कीजिये कि एकता
में शक्ति होती है|
उत्तर ‘दो बैलों की कथा ’ के मुख्य पात्र हीरा और
मोती जोर लगाकर भागते हैं और पकड़े नहीं जाते हैं| वे अपने में से भारी – भरकम और खूंखार सांड को
पराजित कर देते हैं| दोनों मिलकर कान्जिहौज की दीवार गिराकर जानवरों को आजाद कराते हैं और दढ़ियल से
मुकाबला कर जान बचा लेते हैं| इससे सिद्ध होता है कि एकता में शक्ति होती है|
प्रश्न 5 किस घटना से पता चलता
है कि हीरा – मोती के मन में औरत जाति के प्रति सम्मान था?
उत्तर हीरा – मोती को गया के घर केवल सूखा भूसा दिया जाता था, जबकि उनसे दिन भर काम
लिया जाता था | ऐसी स्थिति में दोनों में विद्रोह भर गया था | मोती घर के एकाध सदस्य
को अपनी सिंग से फेंक देना चाहता था पर हीरा ने मना कर दिया | जब उसने लडकी की माँ को
फेंकने की बात कही तो हीरा ने उससे कहा कि औरत जाति पर सिंग चलाना मना है | इससे पता चलता है कि
उनके मन में औरत जाति के प्रति सम्मान था | -
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