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मेघ आये/पठित पद्यांश


मेघ आये
निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर नीचे दिये गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये –
बूढ़े पीपल ने आगे बढ़ कर जुहार की,
बरस बाद सुधि लीन्हीं’-
बोली अकुलाई लता ओट हो किवार की,
हरसाया ताल लाया पानी परात भर के |
क्षितिज अटारी गहराई दामिनी दमकी,
क्षमा करो गाँठ खुल गई अब भरम की
बांध टूटा झर - झर मिलन के अश्रु ढरके |
मेघ आए बड़े बन – ठन के सँवर के |
 ( क ) मेघ का स्वागत किसने किया और क्यों ? 2
( ख ) वर्षा के पूर्व आसमान कि स्थिति का वर्णन किस पंक्ति में किया गया है ? 1
( ग ) क्षमा करो गाँठ खुल गई भरम की पंक्ति कि व्याख्या कीजिये | 2

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