ग्राम श्री : सुमित्रानंदन पन्त
प्रश्न 1 गाँव को ‘मरकत डिब्बे सा खुला’ क्यों कहा गया है ?
उत्तर गाँव के खेतों में नाना प्रकार की फसलें हैं जिससे
सारा गाँव हराभरा होता है, जिसे दूर से देखने पर यह मरकत के जैसा दिखाई देता है | जगह-जगह खिले रंग – बिरंगे फूल, उन पर उडती तित्तलियाँ, सूरज की गुनगुनी धूप से
निखरता सौन्दर्य इस हरीतिमा में चमक पैदा करता है | गाँव हरा-भरा और चमकदार दिखाई
देता है |
प्रश्न 2 अरहर और सनई के खेत कवि
को कैसे दिखाई देते हैं?
उत्तर अरहर और सनई में फलियाँ आने पर जब हवा चलती है तो उन
फलियों से हल्की – हल्की आवाज आती है | इसे सुनकर कवि को लगता है कि धरती ने अपनी कमर में करधनी बांध रखी है | उस करधनी में लगे
घुंघरुओं से यह आवाज आ रही है | सनई और अरहर के पेड़ उसे धरती की कमर में बंधे किन्किनियों जैसे लगते हैं |
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