विज्ञापन लेखन , परिभाषा, प्रकार ,
विज्ञापन लेखन
(Vigyaapan lekhan)
What Is Advertisement
Advertisement Writing in Hindi
वि = विशिष्ट , ज्ञापन = सूचना यानि विज्ञापन मतलब विशिष्ट सूचना या विशेष सूचना।लोगों को कोई विशिष्ट सूचना या विशेष सूचना देने के लिए विज्ञापन बनाये जाते है।
आज हम उपभोक्तावादी युग में जी रहे हैं। जहां पर उपभोक्ता दुनिया की हर वह सुख सुविधा हासिल कर उसका उपभोग कर लेना चाहता है। इसके लिए वह जी तोड़ मेहनत कर अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने का लगातार प्रयास करता है।
संभवत उत्पादक कंपनियों ने
उपभोक्ता की इस मनस्थिति को बहुत अच्छे से समझ लिया है। इसीलिए वो इसे भुनाने का
कोई मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहती हैं। अब वो उपभोक्ताओं की जरूरतों के हिसाब
से बेहतरीन वस्तुओं का उत्पादन करती हैं और उससे भी बेहतरीन तरीके से उन सामानों
का प्रदर्शन उपभोक्ता के सामने करती हैं ताकि उपभोक्ता उस सामान की तरफ आकर्षित हो
उसको खरीद ले
आज के समय में उपभोक्ता को
आकर्षित करने का सबसे बेहतरीन तरीका है विज्ञापन। जो वस्तुओं की बिक्री का सबसे
बड़ा साधन है।
आजकल हर एक उत्पाद की ज्यादा से
ज्यादा बिक्री के लिए कंपनी जी जान लगा देती हैं। एक प्रभावशाली व आकर्षक विज्ञापन
बनाने के लिए लाखों रुपए खर्च करती हैं और उस वस्तु की हर खासियत का बखान किसी
खूबसूरत चेहरे के माध्यम से करती है ताकि लोग अधिक से अधिक उस वस्तु के प्रति
आकर्षित हो और उसको खरीद ले।
इन खूबसूरत चेहरों में बॉलीवुड
या टीवी के कलाकार अधिक होते हैं।विज्ञापन बन जाने के बाद उसको टीवी , स्मार्टफोन , अखबार आदि के माध्यम से लोगों
तक पहुंचाया जाता है। कई बार ये कंपनियां अपने उत्पादों के बारे में विज्ञापनों के
माध्यम से लोगों को गलत जानकारी भी देती है। और लोग भ्रमित होकर उस वस्तु को खरीद
लेते हैं।
विज्ञापन अपने उत्पाद के गुणों
के बारे में प्रचारित करने का सबसे बढ़िया माध्यम है जिसका विज्ञापन जितना बेहतर
होगा , लोग उसके प्रति उतने ही आकर्षित
होते हैं।
कई विज्ञापन तो इतने बेहतरीन
होते हैं कि उनके स्लोगन या टैगलाइन लोगों की जुबान पर चढ़ जाते है और लोग साधारण
बोलचाल की भाषा में भी उसका प्रयोग करते हैं।
विज्ञापन बनाने का उद्देश्य (Aim of
Advertisement Writing)
विज्ञापन बनाने का मुख्य
उद्देश्य लोगों तक कोई विशेष जानकारी /सूचना पहुंचना होता हैं। जैसे किसी सामान को
बेचना , खरीदना या किसी रोजगार /नौकरी
से संबंधित , किराए में मकान देना या लेना या
नाम बदलना , गुमशुदा की तलाश करना ,वर -वधू चाहिए या स्कूल में प्रवेश , खोया पाया या दुकान का प्रचार प्रसार हेतु या चुनावी प्रचार प्रसार या कोई जन
आम लोगों से संबंधित सूचना आदि के लिए विज्ञापन का इस्तेमाल किया जाता है।
विज्ञापन से फायदे (Benefits Of Advertisement
Writing)
विज्ञापन से उपभोक्ता और
उत्पादक कंपनी दोनों को ही फायदा होता है।
उत्पादक कंपनी विज्ञापन के जरिए
वस्तुओं की ज्यादा बिक्री कर पाती हैं और ज्यादा लोगों तक अपने उत्पाद को पहुंचा
पाती हैं। अपने उत्पाद के गुणों की जानकारी उपभोक्ता के सामने आसानी से रख पाती
हैं।
वहीं बाजार में एक ही वस्तु कई
सारी कंपनियों द्वारा बनाई जाती हैं और हर कंपनी अपने द्वारा बनाए गए उत्पाद का
विज्ञापन करती है जिससे उपभोक्ता को सभी उत्पादों की जानकारी हो जाती है। और वह
बेहतरीन वस्तु को कम दाम में खरीद पाता हैं। यानि विज्ञापन उत्पाद कंपनी और
उपभोक्ता दोनों के लिए फायदेमंद है।
विज्ञापन के प्रकार (Advertisement Writing
in Hindi)
विज्ञापन मुख्य रूप से छः
प्रकार के होते हैं।
1 . राष्ट्रीय विज्ञापन (National
Advertisement)
इस तरह के विज्ञापन विक्रेता कम्पनी द्वारा अपने उत्पाद का प्रचार पूरे देश में करने के
लिए बनाये जाते हैं। इस तरह की वस्तुओं का बिक्री पूरे देश में की जाती हैं।कई बार
एक ही राष्ट्रीय विज्ञापन कई भाषाओँ में बनाया जाता हैं। जैसे बड़ी कम्पनियों के
मोबाईल फोन , फ्रिज , एसी , टीबी या कोई खाद्य उत्पाद आदि
से संबंधित ।
2 . औद्योगिक विज्ञापन (Industrial
Advertisement)
औद्योगिक विज्ञापन सामान्य जन
मानस के लिए नहीं होते हैं। इस तरह विज्ञापन औद्योग धंधों से संबंधित वस्तुओं जैसे
कच्चा माल , उपकरण , कलपुर्जे या पार्ट्स आदि की बिक्री के उद्देश्य से किये जाते है। जो औद्योगिक
क्षेत्र (Manufacturing) में काम करने वाली कम्पनियों के
लिए होते हैं।
3 . जनकल्याण संबंधी विज्ञापन (Public
Welfare Advertisement)
जन कल्याण से संबंधित सूचनाओं
को लोगों तक पहुंचाने के लिए जनकल्याण संबंधित विज्ञापनों का सहारा लिया जाता है
जैसे रक्तदान ,एड्स या टीबी की बीमारी का इलाज संबंधी ,कन्या भ्रूण हत्या को रोकने , बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान , स्कूल चलो अभियान , प्रदूषण की समस्या स्वच्छ भारत
अभियान आदि। यह सरकारी , अर्द्ध सरकारी व स्वयंसेवी
संस्थाओं द्वारा दिए जाते हैं।
4 . स्थानीय विज्ञापन (Local
Advertisement)
इस तरह के विज्ञापन स्थानीय
स्तर या किसी क्षेत्र विशेष पर वस्तुओं की बिक्री बढ़ाने के लिए दिए जाते हैं।
इनको स्थानीय लोगों की पसंद को ध्यान में रख कर बनाया जाता हैं।ये छोटे क्षेत्र
में किसी वस्तु के प्रचार प्रसार के लिए होते है। इनका प्रचार प्रसार स्थानीय
समाचार पत्र , क्षेत्रीय टीवी , केबल नेटवर्क , बैनर , पोस्टर आदि के द्वारा किया जाता हैं।
5 . वर्गीकृत विज्ञापन (Classified
Advertisement)
वर्गीकृत विज्ञापन जैसे किराये के लिए घर या दफ्तर , नौकरी /रोजगार , वैवाहिक , पुराना सामान की बिक्री (कार ,फर्नीचर ,जमीन आदि ) आदि से संबंधित होते
हैं।इनका प्रचार प्रसार स्थानीय समाचार पत्र , क्षेत्रीय टीवी , केबल नेटवर्क, बैनर , पोस्टर आदि के द्वारा किया जाता
हैं।
टेक्नोलॉजी के इस युग में अब
वर्गीकृत विज्ञापन ऑनलाइन भी दिए जाते हैं जैसे OLX और Quikr आदि।
6 . सूचनाप्रद विज्ञापन (Informational
Advertisement)
सूचनाप्रद विज्ञापन किसी विशेष
सूचना को लोगों तक पहुंचाने के लिए बनाये जाते है। ताकि लोगों में जागरूकता पैदा
हो। इस तरह के विज्ञापन सामूहिक विकास , सद्भावना , वन्य प्राणी रक्षा , यातायात सुरक्षा नियमों आदि से संबंधित होते हैं।
विज्ञापन का कार्य (Advertisement
Writing in Hindi)
1.
बाजार में आयी किसी नयी वस्तु
या सेवा की जानकारी लोगों तक
पहुंचाना।
2.
वस्तु की गुणवत्ता , उपयोगिता व उसके विशिष्ट गुण लोगों तक पहुंचाना।
3.
उपभोक्ताओं का ध्यान उत्पाद के
प्रति आकर्षित करना , ताकि बिक्री ज्यादा से ज्यादा
हो सके।
4.
उत्पाद के प्रति लोगों के मन
में विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए।
5.
वस्तु से संबंधित आकर्षक
योजनाओं को लोगों तक पहुंचाना , ताकि लोगों को फायदा हो सके।
6.
लोगों के मन मस्तिष्क को
प्रभावित करने के लिए।
7.
प्रतिस्पर्धा में खड़े अन्य
उत्पादों की तुलना में अपने उत्पाद को बेहतर बताना।
विज्ञापन बनाते वक्त किन बातों
का ध्यान रखना चाहिए
1.
कम शब्दों में अधिक प्रभावशाली
एवं आकर्षक होना चाहिए।
2.
नारे / स्लोगन और प्रेरक
वाक्यों का प्रयोग करना चाहिए ।
3.
‘चित्रों ’ या ‘रेखाचित्रों’ का
प्रयोग करना चाहिए।
4.
कम शब्दों में उत्पाद की
विशेषताओं और महत्त्व को प्रभावशाली तरीके से बताना चाहिए।
5.
बॉक्स , गोले या अन्य चित्रों का इस्तेमाल भी अच्छा प्रभाव डालता है।
6.
लोक लुभावने शब्द जैसे
सेल , धमाका , खुशखबरी , एक में एक फ्री , स्टॉक सीमित , पहले आइए पहले पाइए , ऐसा अवसर फिर नहीं आएगा , जल्दी करो स्टॉक सीमित , अपना सपना साकार करें , जल्दी आइए कही देर ना हो जाए या 40% छूट आदि जैसे शब्दों का
इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए। ये लोगों को प्रभावित करते हैं
7.
विज्ञापन के अंत में अपना
संपर्क नंबर फोन नंबर अवश्य दें ,जो कंपनी या दुकान का हो।
8.
रंगीन चित्रों का इस्तेमाल भी
किया जा सकता है। लेकिन बहुत अधिक चित्रों का प्रयोग ना
करें। जरूरत के अनुसार ही चित्रों का प्रयोग करना उचित रहेगा।
9.
विज्ञापन की भाषा एकदम
सरल और सहज होनी चाहिए और वाक्य बहुत छोटे-छोटे होने चाहिए।
10. अगर विज्ञापन किसी सामान के खरीदने या बेचने से संबंधित है तो उसका मूल्य
और उसकी उपलब्धता के बारे में भी अवश्य लिखें।
11. लिखावट आकर्षक होनी चाहिए तथा अलग-अलग तरह के लिखावट (Font )
का इस्तेमाल कर विज्ञापन को और
भी आकर्षक बनाया जा सकता है।
12. विज्ञापन में वस्तु से संबंधित विषय के बारे में ही विस्तार
से होना चाहिए।
विज्ञापन के कुछ उदाहरण
(Examples Of Advertisement
Writing )
उदाहरण -1
पानी बचाएँ पर एक विज्ञापन बनाएं।
उदाहरण -2
दिवाली के अवसर पर दुकान में लगी सेल की जानकारी लोगों तक पहुंचाने हेतु एक विज्ञापन बनाएं।
उदाहरण -3
जमीन बेचने हेतु एक विज्ञापन बनाएं।
उदाहरण – 4
विश्व पर्यावरण दिवस के लिए एक विज्ञापन बनाएं।
उदाहरण – 5
स्कूल में शिक्षकों की भर्ती हेतु एक विज्ञापन बनाएं।
उदाहरण -6
पेंसिल बेचने के लिए एक विज्ञापन बनाएं।
उदाहरण – 7
स्कूल बैग के लिए एक विज्ञापन बनाएं।
उदाहरण – 8
छाता के लिए एक विज्ञापन बनाएं।
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