प्रश्न
8.कस्बों,
शहरों,
महानगरों
के
चौराहों
पर
किसी
न
किसी
क्षेत्र
के
प्रसिद्ध
व्यक्ति
की
मूर्ति
लगाने
का
प्रचलन-सा हो गया है
(क) इस तरह की मूर्ति लगाने के क्या उद्देश्य हो सकते हैं?
(ख) आप अपने इलाके के चौराहे पर किस व्यक्ति की मूर्ति स्थापित करवाना चाहेंगे और क्यों ?
(ग) उस मूर्ति के प्रति आपके एवं दूसरे लोगों के क्या उत्तरदायित्व होने चाहिए?
उत्तर-(क) समाज सेवा, देश सेवा या ऐसे ही अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रसिद्ध व्यक्तियों की मूर्ति प्रायः कस्बों, चौराहों, महानगरों या शहरों में लगाई जाती हैं। ऐसी मूर्तियाँ लगाने का उद्देश्य सजावटी न होकर उद्देश्यपूर्ण होता लोग ऐसे लोगों के कार्यों को जाने तथा उनसे प्रेरित हों।
लोगों
में
अच्छे
कार्य
करने
की
रुचि
उत्पन्न
हो
और
वे
उसके
लिए
प्रेरित
हों।
लोग
ऐसे
लोगों
को
भूलें
न
तथा
उनकी
चर्चा
करते
हुए
युवा
पीढ़ी
को
भी
उनसे
परिचित
कराएँ।
(ख) मैं अपने इलाके के चौराहे पर चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा लगवाना चाहूँगा ताकि लोगों विशेषकर युवावर्ग को अपने देश के लिए कुछ कर गुजरने की प्रेरणा मिले। वे अपनी मातृभूमि पर आंच न आने दें और अपने जीते जी देश को गुलाम होने से बचाने के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाने से भी न हिचकिचाएँ। इसके अलावा युवाओं में देश-प्रेम और देशभक्ति की भावना बलवती रहे।
(ग) चौराहे या कस्बे में लगी समाज सेवी या अन्य उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति की प्रतिमा के प्रति हमारा तथा अन्य लोगों का यह उत्तरदायित्व होना चाहिए कि हम उसकी साफ़-सफ़ाई करवाएँ।
साल
में
कम
से
कम
एक
बार
वहाँ
ऐसा
आयोजन
करें
कि
लोग
वहाँ
एकत्र
हों
और
उस
व्यक्ति
के
कार्यों
की
चर्चा
की
जाए।
उस
व्यक्ति
के
कार्यों
की
वर्तमान
में
प्रासंगिकता
बताते
हुए
उनसे
प्रेरित
होने
के
लिए
लोगों
से
कहें।
मूर्ति
के
प्रति
सम्मान
भाव
बनाए
रखें।
प्रश्न
9. सीमा पर तैनात फ़ौजी ही देश-प्रेम का परिचय नहीं देते। हम सभी अपने दैनिक कार्यों में किसी न किसी रूप में। देश-प्रेम प्रकट करते हैं; जैसे-सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुँचाना, पर्यावरण संरक्षण आदि। अपने जीवन जगत से जुड़े ऐसे और कार्यों का उल्लेख कीजिए और उन पर अमल भी कीजिए।
उत्तर- सीमा पर तैनात फ़ौजी विशिष्ट रूप में देशप्रेम का परिचय देते हैं। उनका देशप्रेम अत्यंत उच्चकोटि का और अनुकरणीय होता है, परंतु हम लोग भी विभिन्न कार्यों के माध्यम से देश प्रेम को प्रकट कर सकते हैं। ये काम हैं-सरकारी संपत्ति को क्षति न पहुँचाना, बढ़ते प्रदूषण को रोकने में मदद करना, अधिकाधिक वृक्ष लगाना, पर्यावरण तथा अपने आसपास की सफ़ाई रखना, पानी के स्रोतों को दूषित होने से बचाना, वर्षा जल का संरक्षण करना, बिजली की बचत करना, कूड़ा इधरउधर न फेंकना, नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाए रखने का प्रयास करना, तोड़-फोड़ न करना, शहीदों एवं देशभक्तों के प्रति सम्मान रखना, लोगों के साथ मिल-जुलकर रहना आदि।
प्रश्न
10. निम्नलिखित पंक्तियों में स्थानीय बोली का प्रभाव स्पष्ट दिखाई देता है, आप इन पंक्तियों को मानक हिंदी में लिखिए-
कोई
गिराक
आ
गया
समझो।
उसको
चौड़े
चौखट
चाहिए।
तो
कैप्टन
किदर
से
लाएगा?
तो
उसको
मूर्तिवाला
दे
दिया।
उदर
दूसरा
बिठा
दिया।
उत्तर- मान लो कोई ग्राहक आ गया। उसे चौड़ा फ्रेम चाहिए। तो कैप्टन कहाँ से लाएगा? तो उसे मूर्तिवाला फ्रेम दे देता है और मूर्ति पर दूसरा फ्रेम लगा देता है।
Sir work is done
ReplyDeleteGurjot
ReplyDeleteMy work is done
Sir I complete my work
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