निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दो -
फिर से नहीं आता समय जो एक बार चला गया ,
जग में कहो बाधा रहित कब कौन काम हुआ भला |
‘बहती नदी सूखे अगर उस पार मैं इसके चलूँ ‘-
इस सोच में बैठा पुलिन पर,पार जा सकता भला ?
किस रीत से क्या काम,कब करना,बना के योजना ,
मन में लिए आशा प्रबल,दृढ़ जो वही बढ़ जाएगा |
उसको मिलेगा तेज़,बल,अनुकूलता सब ओर से ,
वह कर्मयोगी,वीर अनुपम,अनुपम,साहसी सुख पाएगा ||
वो वीर भोग्या,जो हृदयातल से बनी वसुधा सदा ,
करती रही आह्वान है,युग वीर का,पुरुषत्व का |
कठिनाइयों में खोज पथ,ज्योतिपूरित जो करे ,
विजयी वही होता धरनि सुत वरण कर अमरत्व का ||
1.संसार के किसी भी कार्य में आवश्यक रूप से क्या आती है ?
क बाधा ख निराशा
ग हताशा घ ख़ुशी
2.मानव मन में कैसा भाव उसे सदा सफलता की ओर प्रशस्त करता है ?
क विवशता ख निराशा
ग दुराशा घ दृढ़ता
3.किस प्रकार का व्यक्ति जीवन में सुखों की प्राप्ति करता है ?
क आशावान ख कर्मयोगी
ग धनवान घ समझदार
4 ये धरती सदा के लिए किसका आह्वान करती रही है?
क कायरों का ख विद्वानों का
ग वीरों का घ मुनियों का
5 अमरत्व प्राप्त करने वाला व्यक्ति अपनी राह किससे खोज निकालता है ?
क कठिनाइयों से ख सुखों से
ग धन से घ बातों से
उत्तर-
1-क- बाधा
2-घ- दृढ़ता
3-ख- कर्मयोगी
4-क- वीरों का
5-क- कठिनाइयों से
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