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Saturday, April 25, 2020

निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों कोंउत्तर छाँटकर लिखिए-       अंक 5
लोगों को यह कहते सुना जाता है कि एक और एक दो होते हैंपरंतु एक लोकोक्ति है एक और एक ग्यारह इस कथन का अभिप्राय है कि एकता में शक्ति होती है। जब दो व्यक्ति एक साथ मिलकर प्रयास करते हैं तो उनकी शक्ति कई गुनी हो जाती है। मनुष्य सामाजिक प्राणी है। समाज अलग-अलग इकाइयों का समूहबद्ध रूप हैजिसमें हर इकाई समाज को शक्तिशाली बनाती है।व्यष्टि रूप में एक व्यक्ति का कोई महत्त्व नहींपरंतु समष्टि रूप में वह समाज की एक इकाई है। बाढ़ से बचने केलिए जब एक अंधे  और लंगड़े में सहयोग हुआ तो अंधे को लंगड़े की आँखें तथा लंगड़े को अंधे की टाँगे मिल गईं और दोनों बच गए। एकता में बड़ी शक्ति है। जो समाज एकता के सूत्र में बँधा नहीं रहता उसका पतन अवश्यभावी है। भारत की परतंत्रता इसी का परिणाम थी।जब भारतवासियों ने मिलकर आज़ादी के लिए संघर्ष किया तो अंग्रेजों को यहाँ से भागना पड़ा। गणित में शून्य केप्रभाव से अंक दस गुने हो जाते हैं। अतः समाज का हर व्यक्ति सामूहिक रूप से समाज की रीढ़ होता है।
1. लोकोक्ति के अनुसार एक और एक ग्यारह क्यों होते हैं ?
1              ग्यारह को एक और एक कहते हैं
2              एकता में बल होने से
3              एक और एक को आमने - सामने रखने से
4              उपरोक्त सभी
2. गद्यांश में आए व्यष्टि शब्द से लेखक का आशय है
1              समूह
2              इकाई
3              ’ एवं ’ दोनों
4              उपरोक्त से कोई नहीं
3. समाज में यदि लोग मिलजुल कर न रहें उसका क्या अंजाम हो सकता है
1              वह समाप्त हो सकता है
2              उसका पतन हो सकता है
3              वह आजाद हो सकता है
4              वह शक्तिशाली नहीं रहता
4. गणित में शून्य का क्या महत्व है
1              ग्यारह हो जाते हैं
2              अंक बढ़ जाते हैं
3              अंक दस गुने हो जाते हैं
4              शून्य का कोई महत्व नहीं
5. इस गद्यांश केलिए उपयुक्त शीर्षक है
1              सहयोग की भावना
2              समाज की इकाई
3              शक्तिशाली भारत
4              एकता में शक्ति

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