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Sunday, April 12, 2020

7 गृहकार्य




लेखक-परिचय :-

परिचय

जन्म : 1929, जलालपुर, बनारस (उत्तर प्रदेश)
भाषा : हिंदी
विधाएँ : उपन्यास, कहानी, निबंध, आलोचना

मुख्य कृतियाँ


उपन्यास : अलग-अलग वैतरणी, गली आगे मुड़ती है, नीला चाँदशैलूष, हनोज दिल्ली दूर अस्त, औरत, वैश्वानर

कहानी संग्रह : आर पार की माला, कर्मनाशा की हार, शाखा मृग, इन्हें भी इंतजार है, मुर्दा सराय, राग गूजरी, भेदिए

निबंध संग्रह : शिखरों के सेतु, कस्तूरी मृग, चतुर्दिक

रिपोतार्ज : अंतरिक्ष के मेहमान

नाटक : घाटियाँ गूंजती हैं

आलोचना : विद्यापति, आधुनिक परिवेश और नवलेखन, आधुनिक परिवेश और अस्तित्ववाद

जीवनी : उत्तरयोगी श्री अरविंद

संपादन : शांतिनिकेतन से शिवालिक तक




कहानी  का सारांश :- 

प्रस्तुत पाठ में लेखक ने अपनी दादी माँ की यादों का वर्णन किया है उनकी दादी उनके परिवार की मुखिया थी | वे सुख – दुःख में पुरे गाँव की मुखिया बन जाती थी | उनकी छ्त्रछाया में कोई अपने आप को अकेला नही समझता था | लेखक को अपने बचपन के दिनों की बहुत सी बातें याद है | जब कभी लेखक बीमार होता तो उनकी दादी उनका बहुत ख्याल रखती थी दादी माँ को गाँव में मिलने वाली बहुत सी दवाओं के नाम याद थे |
लेखक को अपने परिवार में दादी माँ के रहते किशन भाई की शादी अच्छी तरह से याद है | दादी माँ ने अपने जीवन में बहुत से सुख दुःख देखे थे अनेक मुश्किल के वक्त में अपने परिवार की सहायता की थी | जब लेखक को दादी माँ के नही होने का सामाचार मिला तो उनको विश्वास नही हो रहा था 



कठिन शब्दों के अर्थ :-



शुभचिंतक – भला चाहने वाला

ज्वर -  बुखार

विलंब – देरी

भंडा फोड़ देना – भेद खुलना

वात्याचक्र – तूफ़ान

जाड़ा – सर्दी

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