निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखिए.
अंक 5
जिस प्रकार बीज के उगने और बढ़ने केलिए मौसम विशेष नहीं, अपेक्षित परिस्थितियों का निर्माण जरूरी है। उसी प्रकार किसी भी कार्य में सफलता पाने केलिए बाहरी परिस्थितियाँ नहीं, मन की सकारात्मक वृत्ति अनिवार्य है और वह सकारात्मक वृत्ति है हमारा संकल्प। संकल्पाः कल्पतरवः, तेजः कल्पकोद्यानम्’ अर्थात संकल्प ही कल्पतरु हैं और तेज अथवा मन उन कल्पतरुओं का उद्यान है। जैसी कल्पना वैसा उद्यान अर्थात जीवन की दिशा और दशा। गहन संकल्प से ही संभव है पूर्ण सफलता। कुछ कर गुजरने केलिए वास्तव में मौसम अथवा बाहरी परिस्थितियाँ ही सब कुछ नहीं हैं। सबसे महत्त्वपूर्ण है मन। इस संपूर्ण सृष्टि केसृजन केमूल में मन ही तो है। मन ही वह अदृश्य सूक्ष्म बीज अथवा सत्ता है जिससे यह पृथ्वी रूपी विशाल वट वृक्ष अस्तित्व में आया और निंरतर पल्लवित-पुष्पित हो रहा है। तभी तो कहा गया है। कुछ कर गुजरने केलिए मौसम नहीं मन चाहिए। साधन सभी जुट जाएँगे संकल्प का धन चाहिए ।
1 जीवन में कुछ कर गुज़रने केलिए आवश्यक है.
1 मन और मौसम
2 मन
3 अनुकूलपरिस्थितियाँ
4 मौसम
2 कार्य में सफलता केलिए अनिवार्य है.
1 परिस्थितियाँ
2 लोगों की सहायता
3 सकारात्मक वृत्ति
4 पर्याप्त ज्ञान
3 बीज के उगने और बढ़ने केलिए ज़रूरी है.
1 अपेक्षित परिस्थितियाँ
2 मौसम विशेष
3 किसान का कुशल होना
4 उपर्युक्त सभी
4 हमारी सकारात्मक वृत्ति है.
1 साहस
2 विवेक
3 बुद्धि
4 संकल्प
5 गद्यंाश का उचित शीर्षक हो सकता है.
1 संकल्प का धन
2 धन का महत्त्व
3 कर्मठता
4 बीज की कथा
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