निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखिए. अंक 5
प्राचीन काल में शनि को अमंगलकारी ग्रह समझ लिया था। सुनी-सुनाई बातों के आधार पर लोगों में इस ग्रह केबारे में भ्रांतियाँ फैलती चली गई। यह ग्रह अत्यंत मंद गति से सूर्य के चारों ओर करीब तीस वर्ष में एक चक्कर पूरा करता है। शनि का दिन हमारे दिन से छोटा होता है। शनि अत्यंत ठंडा ग्रह है। शनि के वायुमंडल का तापमान शून्य से 150◦सेंटीग्रेड नीचे रहता है। अतः यहाँ जीवन संभव नहीं है। वैज्ञानिक खोजों के आधार पर शनि के उपग्रहों की संख्या सत्रह हो गई है। शनि का सबसे बड़ा चंद्र टाइटन है। यह उपग्रह हमारे उपग्रह चंद्रमा से काफी बड़ा है। टाइटन की अद्भुत चीज़ इसका वायुमंडल है। इस वायुमंडल में मीथेन गैस पर्याप्त मात्रा में है। इस पर मीथेन, पानी की तरह मानी जा सकती है। शनि को दूरबीन से देखा जाए तो इसके चारों ओर वलय या घेरे दिखाई देते हैं। इन वलयों या कंकणों से इसकी सुंदरता काफी बढ़ जाती है। इन वलयों की खोज गैलीलियो ने की थी। नई खोजों के आधार पर सौरमंडल के कई ग्रहों के वलयों की खोज हो चुकी है। शनि जितने सुंदर और स्पष्ट वलय किसी ग्रह के नहीं हैं।
1 शनिग्रह की सुंदरता का कारण है।
1 इसका सबसे छोटा होना।
2 सबसे अलग होना।
3 इसके केचारो ओर चमकते घेरे।
4 इसका सूर्य के समीप होना।
2 शनि पर जीवन संभव नहीं है क्योंकि
1 वहाँ व्रूफर देव हैं।
2 बहुत गर्मी हैं।
3 बहुत ठंड है।
4 बहुत अँधेरा है ।
3 धरती का उपग्रह है.
1 बुध
2 शनि
3 चंद्रमा
4 सूर्य
4 मीथेन गैस को किसके समान माना गया है।
1 अग्नि
2 पानी
3 मिट्टी
4 रोशनी
5 शनि के वलयों की खोज करने वाले वैज्ञानिक.
1 आइनस्टाइन
2 न्यूटन
3 सी.वी. रमन
4 गैलीलियो
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