निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखिए अंक 5
‘‘साहित्य का आधार जीवन है। इसी नींव पर साहित्य की दीवार खड़ी होती है। उसकी अटारियाँ, मीनार और गुम्बंद बनते हैं। लेकिन बुनियाद मिट्टी के नीचे दबी पड़ी है। जीवन परमात्मा की सृष्टि है, इसलिए सुबोध है, सुगम है और मर्यादाओं से परिमित है। जीवन परमात्मा को अपने कामों का जवाबदेह है या नहीं हमें मालूम नहीं, लेकिन साहित्य तो मनुष्य के सामने जवाबदेह है। इसके लिए कानून है जिनसे वह इधर-उधर नहीं जा सकता। मनुष्य जीवन पर्यन्त आनन्द की खोज में लगा रहता है। किसी को वह रत्न द्रव्य में मिलता है, किसी को भरे-पूरे परिवार में, किसी को लंबे-चौड़े भवन में, किसी को ऐश्वर्य में। लेकिन साहित्य का आनन्द इस आनन्द से ऊँचा है। उसका आधार सुंदर और सत्य है। वास्तव में सच्चा आनन्द सुंदर और सत्य से मिलता है, उसी आनन्द को दर्शाना, वही आनन्द उत्पन्न करना साहित्य का उद्देश्य है।’’
1 साहित्य और जीवन में गहरा संबंध है क्योंकि
1 जीवन का मुख्य आधार साहित्य है
2 साहित्य जीवन की मजबूत दीवार है
3 साहित्य का आधार जीवन है
4 साहित्य का आनन्द जीवन से ऊँचा है
2 मनुष्य किसकी खोज में जीवन भर लगा रहता है -
1 परमात्मा की
2 आनन्द की
3 साहित्य की
4 रत्न द्रव्य, भरे-पूरे परिवार, लंबे-चौड़े भवन एवं ऐश्वर्य को पाने की
3 साहित्य के आनन्द का आधार-
1 सुंदर और सत्य को पाने में है
2 जीवन में है
3 रत्न और ऐश्वर्य में है
4 परमात्मा में है
4 ‘परिमित’ का तात्पर्य है-
1 सीमित
2 दबा हुआ
3 विस्तृत
4 फँसा हुआ
5 ‘लंबे - चौड़े भवन में ’ पंक्ति में ‘लंबे - चौड़े’ व्याकरण की दृष्टि से
1 क्रिया - विशेषण है
2 संज्ञा है
3 क्रिया है
4 विशेषण है
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