Total Pageviews

Saturday, April 25, 2020


निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही विकल्प छाँटकर लिखिए :-                                      
      जीवन को सुचारू रूप से चलाने के लिए जिन तत्त्वों की आवश्यकता है उन को प्राप्त करना ही शिक्षा का उद्देश्य होना चाहिए | शिक्षा मानव जीवन के लिए वैसी ही है जैसे संगमरमर के टुकड़े के लिए शिल्प कला | फलतः शिक्षा केवल ज्ञान – दान ही नहीं करती अपितु संस्कार और सुरुचि के अंकुरों का पोषण भी करती है | वस्तुतः अपने को जीवित रखने के लिए अपने वातावरण तथा उसकी सापेक्षता में निज को समझकर जीवन के अनुकूल कार्यों को करना और प्रतिकूल का निवारण ही शिक्षा का उद्देश्य है | शिक्षा मनुष्य को संस्कारबद्ध कर उसे मानवीय गुणों से विभूषित करती है तथा स्वाभिमान से जीना सिखाने में सहायता कर मनुष्य को प्रगति के पथ पर अग्रसर करती है |
अ)शिक्षा का उद्देश्य होना चाहिए –
   1 मानवता का विकास करना
   2 दानवता का विकास करना
   3 जीवन को अच्छी तरह बिताने की कला सीखना
   4 सद्गुणों के महत्त्व का ज्ञान कराना
ब) संगमरमर के टुकड़े में  शिल्पकला की तरह शिक्षा भी ......
      1 जीवन में विचित्र रंग भरती है |                                                                             2 जीवन को विचित्र बनाती है |                   
      3 जीवन को मनमोहक एवं आकर्षक रूप देती है |                               
      4 जीवन को शक्ति संपन्न बनाती है |

स) ज्ञान के अतिरिक्त शिक्षा का कार्य है:-
      1 संस्कार और सुरुचि के अंकुरों का पोषण
      2 धर्म संबंधित मान्यताओं का संरक्षण
      3 जीवन के गहन अनुभवों की जानकारी
      4 भौतिक सुख साधनों के सदुपयोग का ज्ञान
 द) शिक्षा मनुष्य को विभूषित करती है –
      1  अमानवीय गुणों से
      2  धार्मिक गुणों से
      3  मानवीय गुणों से
      4 भौतिकता के गुणों से
  य) मानवीय गुणों से विभूषित करती है| वाक्य में रेखांकित शब्द की व्याकरणिक कोटि है –
      1 संज्ञा
      2 विशेषण
      3 क्रिया-विशेषण 
      4 अव्यय

No comments:

Post a Comment